- Susan Chapagain
- August 28, 2020
युद्ध | Nepali Poem | Susan Chapagain [Offline Thinker]
-Susan Chapagain को राम, को रावण को पाण्डव, को कौरव, के धर्म, के पाप, न बाल न वयस्क, सब हुमिइरहेछ्न्
-Susan Chapagain को राम, को रावण को पाण्डव, को कौरव, के धर्म, के पाप, न बाल न वयस्क, सब हुमिइरहेछ्न्